tag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post6194797783778422418..comments2024-01-27T09:13:16.726+05:30Comments on वीथी: होली - कल और आजsushilahttp://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-66935905037070649902012-03-08T10:26:59.944+05:302012-03-08T10:26:59.944+05:30सुंदर ....
हाँ पीड़ा होती है लेकिन आशा ना टूटे वि...सुंदर .... <br />हाँ पीड़ा होती है लेकिन आशा ना टूटे विश्वास बना रहे <br />रंगभरी होली स्नेह के रंगों की <br />आपके साथ <br />सभी के साथ ...<br /><br />रंगभरी स्नेहिल शुभ कामनाएँ सुशीला सिस ..गीता पंडितhttps://www.blogger.com/profile/17911453195392486063noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-38096526354869847092012-03-08T09:49:52.203+05:302012-03-08T09:49:52.203+05:30स्नेह और प्यार बढाने की परिपाटी, जो हमारे पूर्वजों...स्नेह और प्यार बढाने की परिपाटी, जो हमारे पूर्वजों ने शुरू की थी, अब केवल लकीर पीटना भर रह गया है ... <br />इस रचना का दर्द , आज के समाज की ऑंखें खोलने के लिए है , मगर समझने का समय किसके पास है और कम से कम ब्लागरों के पास तो बिलकुल नहीं :-(<br />रंगोत्सव पर आपको शुभकामनायें...Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-52561527261167233032012-03-08T04:59:56.691+05:302012-03-08T04:59:56.691+05:30Sundar rachna ...holi ki dher saari shubkamnayen.....Sundar rachna ...holi ki dher saari shubkamnayen..Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-3851891831880792062012-03-07T23:09:12.132+05:302012-03-07T23:09:12.132+05:30काल चक्र का सुखद दुखद परिवर्तन चलता ही रहता है.
आप...काल चक्र का सुखद दुखद परिवर्तन चलता ही रहता है.<br />आपकी प्रस्तुति लाजबाब है.<br /><br />होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-3756926314645407762012-03-07T22:10:41.334+05:302012-03-07T22:10:41.334+05:30आधुनिक परिवेश की निस्संगता औपचारिकता और रस्म निभाई...आधुनिक परिवेश की निस्संगता औपचारिकता और रस्म निभाई से रु बा रु है यह खूब सूरत रचना .अब न वो होली है न वो कन्हाई है ,न बांसुरी है न राग है न रंग सब कुछ ओरगेनिक हो चला है .फेशनेबुल भी ..फेशनेबुल भी .होली mubaarak भी ek ke badle ek की tarh hain .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-66693711494072900032012-03-07T20:27:50.778+05:302012-03-07T20:27:50.778+05:30बेहतरीन प्रस्तुति| होली की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ...बेहतरीन प्रस्तुति| होली की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-16840032392309211592012-03-07T20:20:10.592+05:302012-03-07T20:20:10.592+05:30गांव गुवाड़ में ले गए आपके शब्द...जहां होली जीवन ...गांव गुवाड़ में ले गए आपके शब्द...जहां होली जीवन का त्योहार है...जहां हर रंग नई सांस देता है...नहीं रहे वे दिन पर यह विश्वास जरुर बना रहे.....कितना भी बदल जाए होली...मन में रंग बना रहे बस...जब जब भीतर ढफ बजेगा, जीवन में गुलाल उड़ेगा और हमारे चारों ओर होगी अनूठी होली...। बेहतर रचना...बधाईmayamrighttps://www.blogger.com/profile/11164036032627118131noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-47504476691081287002012-03-07T19:59:53.825+05:302012-03-07T19:59:53.825+05:30बहुत बेहतरीन सतरंगी प्रस्तुति,सुंदर अभिव्यक्ति.......बहुत बेहतरीन सतरंगी प्रस्तुति,सुंदर अभिव्यक्ति....<br />होली की बहुत२ बधाई शुभकामनाए...सुसीला जी...<br /> <br />RECENT POST...<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/03/blog-post_06.html" rel="nofollow">काव्यान्जलि ...रंग रंगीली होली आई,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-76978453809156818732012-03-07T19:57:38.134+05:302012-03-07T19:57:38.134+05:30alag alag madhymo se bahut khub aaj ke parivesh me...alag alag madhymo se bahut khub aaj ke parivesh me tyoharo ka varnan kiya hai..bahut hi behtarin lagi aapki yah rachana..<br />*********wish u a very happy holi*********मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-10153149435428910282012-03-07T19:38:18.868+05:302012-03-07T19:38:18.868+05:30हम तो अब भी धूम मचाने को तैयार हैं.......
:-)
बदले...हम तो अब भी धूम मचाने को तैयार हैं.......<br />:-)<br />बदले ज़माना...हम क्यूँ बदलें.?????<br /><br />आपको होली की ढेर सी शुभकामनाएँ...vidyahttps://www.blogger.com/profile/07319211419560198769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-26511068686968204892012-03-07T19:13:04.942+05:302012-03-07T19:13:04.942+05:30आपको भी होली के त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएँआपको भी होली के त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएँAnju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-58982842143249840852012-03-07T17:29:57.885+05:302012-03-07T17:29:57.885+05:30नहीं चढ़्ती कड़ाही
शकरपारे और गुजिया
नहीं बनती घर ...नहीं चढ़्ती कड़ाही<br />शकरपारे और गुजिया<br />नहीं बनती घर पर <br />हो जाती है होम डिलीवरी<br />मीठा तो है<br />माँ के हाथ की मिठास कहाँ<br />त्योहार तो है<br />वो उमंग, वो उल्लास कहाँ<br />अब उत्सव भी जैसे<br />परंपरा को जीते जाने की<br />एक औपचारिकता भर रह गए हैं<br />अंतर्जाल की दुनिया के<br />ब्लॉग, फ़ेसबुक, ट्वीटर पर<br />सिमट कर रह गए हैं ! .... ऐसे माहौल में एक स्नेहिल रंग मेरी तरफ सेरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-54122708784009771292012-03-07T17:27:59.107+05:302012-03-07T17:27:59.107+05:30महानगरीय जीवन का आंकलन है ये रचना ...
होली की मंग...महानगरीय जीवन का आंकलन है ये रचना ... <br />होली की मंगल कामनाएं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-18344000708304941612012-03-07T17:17:12.563+05:302012-03-07T17:17:12.563+05:30संजीदा करने वाली पंक्तियाँ....चीजों के मायने सच मे...संजीदा करने वाली पंक्तियाँ....चीजों के मायने सच में कितने बदलते जा रहे हैं... !! बहुत बढ़िया अभिव्यक्ति ....गहरी .. !! मेट्रोपोलिटन होती ज़िन्दगी में कुछ रंग तो खो ही गए हैं...शिद्दत से अपने होने की पड़ताल करती कविता... :)shayak alokhttps://www.blogger.com/profile/02820288373213842441noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-22868867384437779852012-03-07T17:12:49.509+05:302012-03-07T17:12:49.509+05:30त्योहार तो है
वो उमंग, वो उल्लास कहाँ
सिर्फ परंपर...त्योहार तो है<br />वो उमंग, वो उल्लास कहाँ<br /><br />सिर्फ परंपरा निभाना हे...<br /><br />आपको सपरिवार होली की शुभकामनाएँ!!ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-36737475409046781822012-03-07T16:41:31.863+05:302012-03-07T16:41:31.863+05:30सुंदर बिंबों से भरी यह कविता होली का पूरा आनंद दे ...सुंदर बिंबों से भरी यह कविता होली का पूरा आनंद दे रही है. सुंदर रचना. होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1302560949460255412.post-44035408902834783802012-03-07T16:26:26.929+05:302012-03-07T16:26:26.929+05:30आपको होली की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ।
सादरआपको होली की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ। <br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.com