इस ताँका के साथ आप सबको ईद मुबारक ! लीजिए हाइकु भी -
१)
ईद का चाँद
सेवैयों की मिठास
मिला सवाब !
२)
मेरी ईद हो
जो उसकी दीद हो
मिलें वो गले !
३)
लेके आया है
अमन का पैगाम
ईद का चाँद।
४)
पाक़ महीना
कर जाए पाकीज़ा
सदा के लिए !
५)
हुई है दीद
चाँद नज़र आया
ज़हे नसीब !
'लेके आया है
ReplyDeleteअमन का पैगाम
ईद का चाँद'
ईद के मौके पर सार्थक और सुंदर तांका तथा हाइकु.
हार्दिक आभार भारत जी। ईद मुबारक !
Deleteबहुत सुन्दर सुशीला जी.....
ReplyDeleteआपको भी मुबारकबाद.....
अनु
शुक्रिया अनु जी !
DeleteEid mubark...
ReplyDeleteशुक्रिया आपको भी !
Deleteबहुत सुन्दर सुशीला जी... ईद मुबारक..
ReplyDeleteतहे दिल से शुक्रिया महेश्वरी जी । आपको भी ईद मुबारक !
Deleteबहुत खूबसूरत तांका और हाइकु ...
ReplyDeleteमेरी ईद हो
जो उसकी दीद हो
मिले वो गले !... बहुत खूब
हार्दिक आभार संगीता जी।
Deleteताँका हाइकु में लिखा ,ईद मुबारक बाद
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति लिए,कबूल करे मरी दाद,,,,,
RECENT POST ...: जिला अनुपपुर अपना,,,
तहे दिल से आप का शुक्रिया जनाब
Deleteउजले हो गए हर्फ़ आई है नई आब !
ईद का चाँद
ReplyDeleteसेवैयों की मिठास
पाया सवाब !
बहुत खूब ! मीठा अहसास ! ईद मुबारक !
मीठे अहसास को साझा करने के लिए शुक्रिया विभा जी।
Deleteवाह .. कुछ ही शब्दों में ईद की मिठास को बाँध लिया है आपने ...
ReplyDeleteगज़ब के हैं सभी हाइकू ...
आपकी सुंदर प्रतिक्रिया पा लेखन सार्थक हुआ दिगंबर नासवा जी। ह्रदय से आभार।
Deleteईद मुबारक
ReplyDeleteसादर
शुक्रिया यशवंत जी ।
Deleteईद मुबारक.
ReplyDeleteआपकी भावना अच्छी लगी.
अपने ब्लॉग वेद क़ुरआन की एक पुरानी पोस्ट पर आपका कमेंट देखा तो उसी के सहारे आज आपके ब्लॉग तक आया.
http://vedquran.blogspot.in/2010/09/mandir-masjid-anwer-jamal.html
आपका ब्लॉग फॉलो कर रहा हूँ.
बहुत-बहुत शुक्रिया DR.ANWER JAMAL जी।
Deleteबेहतरीन हाईकू
ReplyDeleteहाइकु पसंद करने के लिए हार्दिक आभार जयकृष्ण जी।
Deleteबहुत अच्छी पोस्ट। मरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है।
ReplyDeleteईद पर ईद के चाँद-सा नहीं बल्कि पूर्णमासी के चाँद-सा खूबसूरत ताँका और हाइकु, बहुत बधाई सुशीला जी.
ReplyDeleteपहुँच गए
ReplyDeleteसुशीला जी हम भी
आपके ब्लॉग
सुंदर है जी तांका
हाइकु लाजवाब
लेके आया है
ReplyDeleteअमन का पैगाम
ईद का चाँद।
बहुत सुन्दर |
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