कुछ हाइकु -
१.
१.
मुद्दतें हुईं
खुल के हँसा है वो
रोने के बाद
२.
ओस की बूँद
रात रोई है धरा
दर्द गहरा
३.
रजनीगंधा
महकाए रतियाँ
सुबह न आ
४)
बौराए आम
कूके है कोयलिया
मन विभोर
५)
ख्वाहिशें मेरी
भटकें दिन रैन
तुम बेपीर
६)
चाहत मेरी
एक मुट्ठी आसमां
पाए दो जहां
-सुशीला शिवराण