आप सब का
करवाचौथ बहुत ही उमंग और उल्लास भरा रहा होगा । इसी उमंग से निकले है ये हाइकु -
१)
शृंगार मेरा
पिया तेरी ही प्रीत
शेष है रीत !
२)
सजा मेंहदी
बिंदी, कजरा, माँग
पूजूँ मैं चाँद ।
३)
रची मेंहदी
सुर्ख रंग में बसा
१)
शृंगार मेरा
पिया तेरी ही प्रीत
शेष है रीत !
२)
सजा मेंहदी
बिंदी, कजरा, माँग
पूजूँ मैं चाँद ।
३)
रची मेंहदी
सुर्ख रंग में बसा
प्रेम पिया का !
४)
चंदा की उम्र
लगे मेरे चाँद को
होंठों पे दुआ !
५)
पाऊँ हिना में
तेरे प्यार की खुश्बू
महक जाऊँ !
६)
सुर्ख हिना में
रची है तेरी प्रीत
ए मनमीत !
७)
कर्क चतुर्थी
लाए सुहाग पर्व
दिलों में हर्ष ।
- शील
४)
चंदा की उम्र
लगे मेरे चाँद को
होंठों पे दुआ !
५)
पाऊँ हिना में
तेरे प्यार की खुश्बू
महक जाऊँ !
६)
सुर्ख हिना में
रची है तेरी प्रीत
ए मनमीत !
७)
कर्क चतुर्थी
लाए सुहाग पर्व
दिलों में हर्ष ।
- शील