Valentine’s Day और बसंत पंचमी आप सबको मुबारक -
१)
प्रणय पाती
लाए हैं ऋतुराज
साथ गुलाब।
२)
पुष्प-शृंगार
मदन आलिंगन
उन्मत्त धरा।
३)
फूलों की भेंट
लाए कुसुमाकर
सर्दी समेट।
४)
आम्रकुंज में
कुहुकी कोयलिया
आया बसंत।
५)
फूले पलाश
फूल गई सरसों
छाया उल्लास।
६)
आया बसंत
सज गई धरणी
विदा हेमंत।
- शील
१)
प्रणय पाती
लाए हैं ऋतुराज
साथ गुलाब।
२)
पुष्प-शृंगार
मदन आलिंगन
उन्मत्त धरा।
३)
फूलों की भेंट
लाए कुसुमाकर
सर्दी समेट।
४)
आम्रकुंज में
कुहुकी कोयलिया
आया बसंत।
५)
फूले पलाश
फूल गई सरसों
छाया उल्लास।
६)
आया बसंत
सज गई धरणी
विदा हेमंत।
- शील
बहुत सुंदर हाइकु ...
ReplyDeleteशुभकामनायें ....
राज चतुर्दिक काम का, हर वीथी गुलजार |
ReplyDeleteनित बढ़ता सौन्दर्य है, पसरे प्यार अपार |
पसरे प्यार अपार, पढ़ी जीवन्त पंक्तियाँ |
हर्षित यह संसार, काम की बढ़ी शक्तियां |
बस में नहीं बसंत, करे काया को यह दिक् |
उड़ता मगन अनंत, दिखे ऋतुराज चतुर्दिक ||
बहुत सुंदर हाइकु ...
ReplyDeleteप्यार पाने को दुनिया में तरसे सभी, प्यार पाकर के हर्षित हुए हैं सभी
प्यार से मिट गए सारे शिकबे गले ,प्यारी बातों पर हमको ऐतबार है
प्यार के गीत जब गुनगुनाओगे तुम ,उस पल खार से प्यार पाओगे तुम
प्यार दौलत से मिलता नहीं है कभी ,प्यार पर हर किसी का अधिकार है
आया बसंत
ReplyDeleteसज गई धरणी
विदा हेमंत।
सभी हाइकू एक से बढ़कर एक ...
सभी हाइकु बहुत सुन्दर ... सुशीला जी !
ReplyDeleteबसन्त पंचमी की हार्दिक बधाई !:-)
सादर!!!
सुन्दर हाइकु प्रकृति के राग रंग लिए बढ़िया शब्द चित्र बुने हैं वसंत के .
ReplyDeleteफूले पलाश
ReplyDeleteफूल गई सरसों
छाया उल्लास।
aaya basant chhaa gaya rango ka barish ..
khubsurat.. behtareen..
आपकी सभी हाइकु सुन्दर हैं | क्या कोई मेरी मदद कर सकता है के आख़िरकार हाइकु होता क्या है और इसे लिखने का कुछ खास तरीका होता है क्या | मैंने आज तक हाइकु नहीं लिखा | क्या मुझे इसके लिए कोई शिक्षित कर पायेगा ?
ReplyDeleteTamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
५ अक्षरों की पहली लाइन,
Delete७ अक्षरों की दूसरी लाइन,
५ अक्षरों की तीसरी लाइन,,,,,तीनो लाइने मिलकर बनी रचना हाइकू कहलाती है,,,
नोट ,,,,आधे अक्षरों को नही गिना जाता ,,,,
RECENT POST... नवगीत,
वाह ... बसत के हाइकू बसंती रंग बिखेर रहे हैं ...
ReplyDeleteलाजवाब ...
bahut badhiyaan.....
ReplyDeleteडॉ० निशा और आप सभी प्रज्ञ मित्रों का आभार।
Delete
ReplyDeleteबसंत के हाइकू का
सुंदर -सार्थक संग्रह
आपको बहुत बहुत बधाई
आभार रविकर जी।
ReplyDeleteबहुत सुंदर हाइकु रचनाएँ
ReplyDelete♥✿♥❀♥❁•*¨✿❀❁•*¨✫♥❀♥✫¨*•❁❀✿¨*•❁♥❀♥✿♥
♥बसंत-पंचमी की हार्दिक बधाइयां एवं शुभकामनाएं !♥
♥✿♥❀♥❁•*¨✿❀❁•*¨✫♥❀♥✫¨*•❁❀✿¨*•❁♥❀♥✿♥
आम्रकुंज में
कुहुकी कोयलिया
आया बसंत
वाह !
आदरणीया दीदी सुशीला जी
सारे हाइकु सुंदर हैं ...
बसंत का आनंद दुगुना हो गया ...
:)
बसंत पंचमी सहित
सभी उत्सवों-मंगलदिवसों के लिए
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं !
राजेन्द्र स्वर्णकार
♥✿♥❀♥❁•*¨✿❀❁•*¨✫♥❀♥✫¨*•❁❀✿¨*•❁♥❀♥✿♥
♥बसंत-पंचमी की हार्दिक बधाइयां एवं शुभकामनाएं !♥
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आम्रकुंज में
कुहुकी कोयलिया
आया बसंत
आया बसंत
सज गई धरणी
विदा हेमंत
वाह !
बहुत बढ़िया !
एक से बढ़ कर एक हाइकु
हमेशा की ही तरह सुंदर …
आदरणीया दीदी सुशीला जी
सारे हाइकु सुंदर हैं ...
बसंत का आनंद दुगुना हो गया ...
:)
बसंत पंचमी सहित
सभी उत्सवों-मंगलदिवसों के लिए
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं !
राजेन्द्र स्वर्णकार
सुन्दर हाइकू
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