वीथी

हमारी भावनाएँ शब्दों में ढल कविता का रूप ले लेती हैं।अपनी कविताओं के माध्यम से मैंने अपनी भावनाओं, अपने अहसासों और अपनी विचार-धारा को अभिव्यक्ति दी है| वीथी में आपका स्वागत है |

Wednesday 8 June 2011

दुआ


                                                                          दुआ 

जिंदगी इम्तिहान भी है
यह सुंदर अरमान भी है
लोगों का यहाँ रेला है
आदमी फिर भी अकेला है !

जिंदगी ढकोसला भी हैहर इन्सां खोखला-सा है
फिर भी मिलते हैं कुछ शख्स
जो दिल को छू लेते हैं , बस !


उनके विचार और कर्मों में
निहित है उनकी ही छवि
उनकी सोच और भावों से
मन को मिलती दिशा नई|

उनके वज़ूद की सुन्दरता
चेहरे पर भी साफ़ झलकतीउनकी सरल निश्छलता
दिलों में उन्हें बसा जाती!

स्फटिक-सा उजला लिए हैं मन
सोचें तो केवल भले की, हर क्षण
लाभ की तुला में हर कर्म नहीं तोलते
जग की ख़ुशी में अपनी ख़ुशी खोजते|

उनसे परिचय और वार्तालापबन जाता सुखद अनुभूति
हाथ करबद्ध दुआ में उठते
प्रभु! कर ऐसे लोगों की सृष्टि|




2 comments:

  1. ek nirmal hriday se mangi gai dua ko ishvar sada svikaar karte hain..........

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  2. आपके वचन सत्य हों शालिनी मैम ताकि हम सबका जीवन द्वेषरहित, कल्याणकारी और सुखी बन सके !

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