युवा शक्ति को नमन! दामिनी/निर्भया को सलाम और उस बच्ची की सलामती की दुआ के साथ आज की प्रस्तुति -
कुहासा है या
घनीभूत हो गई है पीर
या शर्मसार हो रवि
छिप गया है घन के चीर
कौंध उठी है दामिनी
चुक गया है सबका धीर
बेटियों पर बरसाएँ डंडे
कैसे भैया पुलिसिया वीर?
जनता हुँकार उठी है
नहीं देश किसी की जागीर
बहुत सहा है हमने लेकिन
बदलनी होगी अब तस्वीर
- शील
चित्र - साभार गूगल
कुहासा है या
घनीभूत हो गई है पीर
या शर्मसार हो रवि
छिप गया है घन के चीर
कौंध उठी है दामिनी
चुक गया है सबका धीर
बेटियों पर बरसाएँ डंडे
कैसे भैया पुलिसिया वीर?
जनता हुँकार उठी है
नहीं देश किसी की जागीर
बदलनी होगी अब तस्वीर
- शील
चित्र - साभार गूगल
बिलकुल बदलनी होगी ... सार्थक अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत हो चुका,लेकिन अब तस्वीर बदलनी चाहिए,,,,
ReplyDeleterecent post : समाधान समस्याओं का,